इलेक्ट्रिक कार चलाने वाले ज्यादातर लोगों का कहना है कि उन्हें ड्राईव करते समय यही टेंशन रहता है कि कहीं बैटरी की चार्जिंग खत्म न हो जाए। अगर आप को भी इलेक्ट्रिक कार ड्राईव करते वक्त एसा लगता है तो आप भी रेंज एंजाईटी और चार्ज एंजाईटी सिंड्रोम के शिकार हैं। तो इस बारे में जानने की कोशिश करते हैं कि रेंज एंजाईटी और चार्ज एंजाईटी होती क्या हैं।
रेंज एंजाईटी क्या है? What is EV Range Anuxiety.
इलेक्ट्रिक कार चलाने वालों की सफर के दौरान बैटरी की चार्जिग खत्म हो जाने की चिंता को रेंज एंजाईटी (Range Anxiety) कहा जाता है। इलेक्ट्रिक कारें पेट्रोल कारों की तुलना में रखरखाव में आसान होते हैं , बिना शोर किये चलते हैं और पर्यावरण के लिए कहीं बेहतर हैं। फिर भी ईवी और खास तोर से इलेक्ट्रिक कारें लोगों में सामान्य कारों को रिप्लेस करने की इच्छा नही जगा पा रही इसकी एक वजह बैटरी का चार्जिंग टाईम अधिक होने से होने वाली Range Anxiety भी है।
सामान्य कार में ईंधन भरवाने में सिर्फ कुछ मिनट लगते हैं, जबकि ईवी को चार्ज करने में बहुत अधिक समय लगता है। अभी इलेक्ट्रिक कार को चार्ज करने वाले सबसे तेज चार्जर,जो लेवल 3 चार्जर कहलाते है, कार की बैटरी को 20 मिनट में 80 प्रतिशत तक चार्ज कर सकते हैं। लेकिन सबसे कॉमन और किफायती चार्जर लेवल 2 चार्जर्स हैं उनसे एक इलेक्ट्रिक कार को चार्ज करने में कई घंटे लगते हैं, और लेवल 1 चार्जर्स (जो एक सामान्य होम आउटलेट में प्लग होते हैं) 24 घण्टे से अधिक समय ले सकते हैं।
इस धीमी चार्जिंग ने अधिकतर इलेक्ट्रिक कार चलाने वालों की Range Anxiety को बढ़ा दिया है । फोर्ब्स व्हील्स द्वारा 2022 में करवाये गये एक सर्वे में भाग लेने वाले ईवी मालिकों में से 50 प्रतिशत से अधिक ने कहा कि उन्हें अक्सर या हमेशा कार चलाते समय Range Anxiety रहती है। यह नई ईवी खरीदने वालों के मन में भी बडा कन्फयूजन पैदा करती है जिससे कई लोग इलेक्ट्रिक कार अपनाने से कतराते हैं।
प्रमुख इलेक्ट्रिक कार कम्पनियों के वैज्ञानिकों और इंजिनियरों का मानना है ईवी बैटरियों की इलेक्ट्रो-केमेस्ट्री और चार्जिंग केबलों के डिजाइन में जरूरी सुधार कर लेने पर धीमी चार्जिंग की समस्या को खत्म किया जा सकता है। अब कम्पनियां इस रिसर्च में लगी हैं कि कैसे ने बैटरी-लाईफ को नुकसान पंहुचाये बिना बैटरी चार्जिंग को इतना तेज बनाया जाये कि जितना समय सामान्य कार को ईंधन भरने में लगता है उतने समय में बैटरी चार्ज हो जाए।
इसके लिये साईंटिस्ट बैटरी की इलेक्ट्रो-केमेस्ट्री पर रिसर्च कर रहे हैं जिसमें इस प्रॉब्लम का हल छुपा है। बैटरियों को दो इलेक्ट्रोड (एक एनोड और एक कैथोड) के साथ डिजाइन किया गया है । इन दो इलेक्ट्रोड के बीच लिथियम आयन आते-जाते रहते हैं। जब बैटरी कार को चलाने के लिये पावर देकर डिस्चार्ज हो रही होती है तो लिथियम आयन एनोड से कैथोड पर जाते हैं, इससे फ्री इलेक्ट्रॉन और इलेक्ट्रिक चार्ज पैदा होता है। जब बैटरी को चार्ज किया जाता है तो इसका उल्टा होता है और लिथियम आयन वापस एनोड की ओर आने लगते हैं।
समस्या यह है कि बैटरी के अंदर लिथियम आयनों को आने -जाने में एक दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अगर वो बहुत तेजी से जाते हैं तो वे आपस में टकराकर एक दूसरे में फंस जाते हैं और एनोड में नही जा पाते । जब कम लिथियम आयन मिलते हैं तो बैटरी चार्जिंग के लिये कम पावर मिलता है । इसके उलट अगर बहुत ज्यादा लिथियम आयन एनोड में जाएंगे तो बहुत ज्यादा पावर मिलने से बैटरी में शॉर्ट-सर्किट हो कर उसमें आग भी लग सकती है।
इस से निपटने के लिये अब साईंटिस्ट कई तरह के सॉल्यूशन सोच रहे हैं।
- एक है बैटरी में कई तरह के इलेक्ट्रोलाइट्स का यूज करना। ये नए सॉल्वैंट्स और एडिटिव्स बैटरी के अंदर लिथियम आयनों की बिना आपस में टकराये गति तेज कर चार्जिंग की प्रोसेस बढा सकते हैं। लेकिन बैटरी की केमिस्ट्री बदलना बहुत कठिन प्रोसेस है।
- एक आसान तरीका बैटरी को चार्ज करने के लिए उपयोग किए जाने वाले सॉफ्टवेयर को अपडेट करना भी है। अभी बैटरी एक Fixed Voltage पर चार्ज होती है जिससे बैटरी की चार्जिंग स्पीड कम रहती है। अगर अच्छा बैटरी एल्गोरिदम बना लिया जाए तो इससे बैटरी में बहने वाले करंट को एडजस्ट करके तेजी से चार्जिंग की जा सकती हैं।
- एक और हल वायरलेस चार्जिंग तकनीक है जिसमें वाहन को चार्ज करने के लिए तार की आवश्यकता नहीं होती है । इस तकनीक पर पहले से काम हो रहा है।
चार्ज एंजाईटी क्या है? What is Charge Anuxiety
ईवी बैटरी की टेक्नोलॉजी बेहतर होती जा रही है इसलिये अब चार्जिंग खत्म होने का डर (Range Anxiety) कम हो गया है। अब इसकी जगह चार्ज एंजाईटी (Charge Anuxiety) ज्यादा बडा डर बनता जा रहा है। इलेक्ट्रिक कार ड्राईव करते समय चार्ज पॉइंट तक पहुँचने के बारे में Uncertainty या चार्ज पॉइंट तक न पहुँचने के डर को चार्ज एंजाईटी Charge Anuxiety कहा जाता है। इसमें ये डर भी शामिल हैं कि कही चार्ज पाईंट खराब न मिले या वहा लंबी कतारें न मिले।
चार्ज एंजाईटी को दूर करने के तरीके
ऐसी कई आदतें हैं जिनको अपना कर इलेक्ट्रिक कार ड्राइवर अपनी Charge Anuxiety को कम कर सकते हैं,
- इलेक्ट्रिक वाहन ऐप Elecric vehicle app का यूज करना।
ई.वी. चलाते समय Elecric vehicle ऐप्स का उपयोग करने से आपके अंदर कॉंफिडेंस और मन में सुकून रहेगा। यू.के जेसे देशों में Zap&Map या ABetterRoutePlanner जैसे ई.वी. ऐप्स उपलब्ध हैं ।ये ऐप आपको आस-पास की जगहो में चार्जिंग पॉइंट्स को बताने के साथ-साथ बैटरी के डिस्चार्ज परसेंट को भी बताते हैं। यदि आप किसी ऐप का यूज नहीं कर रहे हैं तो अपनी यात्रा के रूट में कहां-कहां चार्ज पॉइंट हैं इस बात का ध्यान रखें।
- यात्रा के पहले बैटरी को तैयार रखना।
अगर आप सफर करने वाले हैं तो यह भी ध्यान रखें कि एक दिन पहले आपकी ईवी बैटरी रात भर में पूरी तरह से चार्ज हो और जहां आप जा रहे हैं वहा पर बैटरी चार्जिंग की Facility Available हो।
- सफर में जहां रुकें वही चार्ज करें।
अपने सफर के दौरान किसी भी बात-जैसे कॉफी या टॉयलेट ब्रेक के लिये रूकें तो बैटरी को प्लग इन और चार्ज करने की आदत डाल लें इससे बैटरी समय-समय पर चार्ज होती रहेगी और समय भी बर्बाद नही होगा।
इन कुछ छोटी-छोटी बातों का धान रखने पर आप Charge Anuxiety से बचे रहेगे।
उम्मीद है जानकारी आपको पसंद आयी होगी।
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